सच्चे दोस्त ओर अपने साथी के तलाश क लिए पर यहाँ पे ये सब समझने वाले कोई नहीं। सच्चे दोस्त ओर अपने साथी के तलाश क लिए पर यहाँ पे ये सब समझने वाले कोई नहीं।
पहले दौर हुआ करता था पथरों का अब तो पत्थर दिल सब हो गए हैं हर कोई है व्यस्त यहाँ मानव पहले दौर हुआ करता था पथरों का अब तो पत्थर दिल सब हो गए हैं हर कोई है व्यस्त ...
मां ,मेरी अपनी गुल्लक को मुझे शहीद कोष बनाना है। मां ,मेरी अपनी गुल्लक को मुझे शहीद कोष बनाना है।
हर कोई अच्छा नहीं हो सकता है, लेकिन हर किसी में कोई न कोई बात अच्छी होती है। कभी भी हर कोई अच्छा नहीं हो सकता है, लेकिन हर किसी में कोई न कोई बात अच्छी होती है।...
गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरियाली गुम हो जात गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरिया...
हे जननी जन्मभूमी माँ शत्-शत् नमन करता हूँ... हे जननी जन्मभूमी माँ शत्-शत् नमन करता हूँ...